हुनर
अक्सर छुपा जाते हैं दर्द को आखों में,
बड़ी मुश्किल से हँसने का हुनर सीखा है।
ये ठोकरें राहों की क्या गिरायेंगी हमको,
बड़ी मुश्किल से संभलने का हुनर सीखा है।
गुज़रे लम्हे नहीं हैं कि गुज़र जाएंगे यूँ ही,
बड़ी मुश्किल से ठहरने का हुनर सीखा है।
कुछ और ही मजा है यार दिले बेख़ुदी में,
बड़ी मुश्किल से बहकने का हुनर सीखा है।
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